नो डयूज के लिए उम्मीदवारों ने सरकार के विभिन्न विभागों के खाते में ंजमा करवाएं करीब 32 लाख रूपयें
नो डयूज के बाद खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में चुनावों के लिए आवेदन जमा करवाते हुए प्रत्याशी।
गन्नौर। सरपंच चुनावों में नामांकन के लिए अनापति प्रमण पत्र लेने के लिए की शर्त के बाद बिजली विभाग व कृर्षि एवं ग्रामीण बैंक वोटिंग से पहले ही मालामाल हो गए। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने नो ड्यूज लेने लाखों का बकाया शुल्क सरकारी खजाने में जमा किया है। निर्वाचन आयोग के निर्देश के तहत चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को बिजली विभाग और नोड्यूज लगाना अनिवार्य कर दिया। इसका फायदा विभागों को हुआ है। बिजली विभाग ने उम्मीदवारों को एनओसी जारी करने पर शहरी व ग्रामीण कार्यालय से करीब 32 लाख की बकाया राशि जमा कराई है। दावेदारों ने कतार लगाकर बिजली का बकाया जमा कर रसीदें लगाई तभी उनके नामांकन रिटर्निंग अधिकारी ने स्वीकृत किए। बिजली बिल न करना पड़े इसके लिए तमाम प्रयास भी कई उम्मीदवारों ने किए लेकिन सफल नहीं हो पाए। आखिरकार सरकारी खजाने में लंबे समय से दबाकर रखें बकाया राशि चुनाव लड़ने और जीतने के मंसूबे पूरे करने के लिए बिजली बिल व बैंक के पैसे जमा कराने ही पड़े।
शहरी व ग्रामीण बिजली कार्यालय ने वसुले करीब 32 लाख
बिजली विभाग के शहरी एसडीओ सचिन दहिया ने बताया कि उनके पास बिजली बिल की राशि नोड्यूज के तौर पर 6 लाख 52 हजार रूपयें जमा हुई है। ग्रामीण बिजली कार्यालय के एसडीओ प्रदीप राणा ने बताया कि लोगों के बिजली बिल के नोड्यूज के लिए 7 लाख 2 हजार रूपयें बकाया शुल्क जमा किया है।
लेंड मोरगेज बैंक का 16 लाख रूपयें जमा करवाया : सुनील
– लेंड मोरगेज बैंक के अधिकारी सुनील राठी ने बताया कि नो डयूज लेने के लिए किसानों ने गन्नौर में 16 लाख रूपयें के करीब लोन की राशि जमा करवाई है। वहीं एसईपीओ जयभगवान ने बताया कि चुल्हा अैक्स के करीब 2 लाख बकाया नो डयूज के जमा करवाएं है।
नो ड्यूज ने देने पर नामांकन जमा नही होने के दिए थे आदेश
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) ललित सिवाच ने पिछल्ले दिनों निर्देश जारी किए थे कि उम्मीदवार को अलग-अलग विभागों का अनापत्ति प्रमाणपत्र यानी नो ड्यूज सर्टिफिकेट देना होगा। अन्यथा वे नामांकन नही जमा करा सकते।
अपहरण कर फिरौती मांगने के आरोपितों को अदालत ने जेल भेजा
गन्नौर। पांची जाटान गांव में अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले में आरोपित को पुलिस ने रिमांड खत्म होने पर शुक्रवार को अदालत में पेश किया। यहां से दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गन्नौर पुलिस थाना से जांचकर्ता एसआई राजेश कुमार ने बताया कि 18 अक्टूबर को पांची जाटान गांव से अजय ने शिकायत में बताया था कि वह अपने घर के बाहर गली में खड़ा था, एक कार में चार युवक सवार होकर आए और उसका जबरन अपहरण कर ले गए। आरोप है कि आरोपियों ने उसके साथ मारपीट करने के साथ ही 3 लाख फिरौती मांगी थी। आरोपी से उसे अगले दिन जींद रोड रेलवे पुल गोहाना के पास छोड़कर फरार हो गए थे। जांचकर्ता राजेश ने बताया कि आरोपी राकेश उर्फ डागा पुत्र जनकराज निवासी पांची जाटान व प्रदीप उर्फ सरपंच पुत्र उमेद निवासी छिछड़ाना को अदालत में पेश करने के बाद पानीपत जेल भेज दिया है। मामले में संलिप्त दूसरे आरोपियों को भी काबू कर लिया जाएगा। इसके लिए पुलिस टीम संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही है।