आतंकियों के कब्जे से आतंकवाद विरोधी केंद्र मुक्त कराने में पाक सेना के पसीने छूटे
इस्लामाबाद, 20 दिसंबर। पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में आतंकवाद विरोधी केंद्र को तालिबानी आतंकियों के कब्जे से मुक्त कराने में पाकिस्तानी सेना के पसीने छूट गए। दो दिन बाद पाकिस्तानी सेना ने आतंकवाद विरोधी केंद्र पर कब्जा करने वाले आंतकियों को मार गिराने का दावा किया। इस दौरान दो पुलिसकर्मियों की मौत हुई और पाकिस्तानी सेना के पांच सैनिक भी जख्मी हुए हैं।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बन्नू जिले के कैंट क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी केंद्र में गिरफ्तार कर लाए जाने वाले आतंकवादी रखे जाते हैं। इसी केंद्र पर आतंकियों से पूछताछ की जा रही थी, तभी एक आतंकवादी ने एक पुलिस कर्मी से एके-47 राइफल छीन कर गोलियां चला दीं। उसने केंद्र में बंद अन्य आतंकियों को रिहा कर दिया और सबने मिलकर परिसर पर नियंत्रण भी कर लिया। इन लोगों ने वहां मौजूद कई पुलिसकर्मियों को बंधक भी बना लिया था। इस दौरान हुई गोलीबारी में दो पुलिसकर्मियों की जान चली गयी और कई अन्य घायल हो गए थे।
पाकिस्तानी सेना ने बंधकों को छुड़ाने और आतंकवाद विरोधी केंद्र को मुक्त कराने के लिए सोमवार को अभियान शुरू किया था, किन्तु दो दिन बाद भी बंधक संकट से निजात नहीं मिली थी। बन्नू के जिला पुलिस अधिकारी मोहम्मद इकबाल ने बताया कि केंद्र पर बाहर से कोई हमला नहीं हुआ है। पूछताछ के दौरान आतंकवादियों में से एक ने एक पुलिसकर्मी की राइफल छीन कर इमारत पर कब्जा कर लिया। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री अकरम खान दुर्रानी और प्रांतीय मंत्री शाह मोहम्मद आतंकवादियों के साथ बातचीत के लिए बन्नू पहुंचे किन्तु उन्हें भी इस दिशा में कोई सफलता नहीं मिल सकी। ये दोनों बन्नू के ही रहने वाले हैं।
तालिबानी आतंकी किसी भी हाल में अपनी मांगें पूरी होने तक बंधकों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे। आतंकवादियों ने उन्हें सुरक्षित अफगानिस्तान पहुंचाने के लिए एक हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने की मांग की है। आतंकियों ने वीडियो जारी कर स्वयं को मुजाहिदीन-ए-इस्लाम बताते हुए कहा है कि कल उन्होंने सपना देखा था कि कुछ लोगों का कत्ल करो, कुछ को बंधक बनाओ, तो हमें रास्ता मिलेगा। वीडियो में एक जख्मी पुलिसकर्मी भी दिख रहा है।
आतंकियों का कहना था कि उन्होंने मेजर खुर्शीद अकरम व दस अन्य पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया है। इन लोगों ने अफगानिस्तान तक सुरक्षित रास्ता देने की बात कही थी। वीडियो में कहा गया था कि 35 फिदायीन ने जेल तोड़ ली है और यदि उन्हें अफगानिस्तान तक सुरक्षित नहीं पहुंचाया गया तो बंधक बनाए गए सभी लोगों को मार डालेंगे। आतंकियों पर अंकुश के लिए पाकिस्तानी सेना की विशेष टीम वहां गयी। बाद में पाकिस्तानी सेना की ओर से दावा किया गया कि आतंकवाद विरोधी केंद्र पर कब्जा करने वाले आतंकी मार गिराए गए हैं। इस दौरान पांच सैनिकों के जख्मी होने की जानकारी भी सामने आई है।