मेडीकल यूनिवर्सिटी के कोन्टेक्टर ने इतनी मदद की, उन्हें डर नही लगा,
पुगथला गांव का समीर मलिक भी पहुंचा दोपहर बाद अपने घर
बार्डर पर पहुंचने पर साथियों के अपने वतन का तिरंगा लहलाते समीर मलिक व घर पहुंचने पर दादा- दादी से आशीर्वाद लेते हुए।
गन्नौर। पुगथला गांव के समीर मलिक दोपहर को अपने घर पहुंचा तो उसके दादा-दादी व पिता सुरेन्द्र मलिक ने उन्हें आते ही गले लगा लिया और कहा कि बेटे कोई दिक्कत तो नही, अब ठीक है। आते ही उसने गांव जन्म भूमि के चरण छुए। समीर मलिक 2021 में सूजहोरड नेशनल मेडीकल विश्वविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए थे। उनका द्वितीय सैमेस्टरचल रहा है। समीर ने बताया कि युक्रेन में बम गिरने के बाद परेशानी तो लगभग हर चीज में थी पर हम थोड़ा सा सुरक्षित जोन में थे। हम बार्डर एरिया में थे।
यूनिवर्सिटी के कोन्टेक्टर ने इतनी मदद की, उन्हें डर नही लगा
– समीर मलिक ने बताया कि उनक यूनिवर्सिटी के कान्टेक्टर डा. अमरीक ढिल्लों ने इतनी मदद की जो बच्चे दूसरी साईड से उनकी तरफ आ रहे थे। उनकी भी मदद की। यूनिवर्सिटी से पहले बार्डर तक और फिर बार्डर से हंगरी कन्ट्री में फिर हंगरी एयरपोर्ट से एयरफोर्स सी 17 ग्लोब मास्टर में बिठाया और गाजियाबाद एयर स्टेशन पर उतार दिया। समीर ने बताया कि भारत सरकार ने उनकी पूरी मदद की है। समीर मलिक के घर पहुंचते ही दादा- दादी, मां-बाप की आंखों में बेटे को गले लगा भावुक हो गया। मां बाप के गले लगकर जब गले से अलग हटा तो यूक्रेन की चर्चा शुरू हो गई। यूक्रेन की चर्चा शुरू करते हुए उन हालातों में उसके साथ रह रहे अपने साथियों को याद करने लगा। यूक्रेन में छोड़कर आया अपने साथियों की चिंता सताने लगी और यूक्रेन के हालात बताते हुए दिपेश बोला की उसको दहशत की जिंदगी से अब छुटकारा मिल गया.
बयांं किए दहशत के वो दिन, जिनमें घर के लोग बात कर सुरक्षित आने की कामना कर रहे थे
रुस और यूक्रेन के बीच लड़ाई होने की जानकारी मिलने पर घर से उसके परिवार के लोग लगातार वहां के हालात को लेकर फोन कर रहे थे। दिल्ली के लिए उनकी फ्लाइट में उड़ान भरी। जिसके बाद यूक्रेन की धरती से निकलकर जैसे उनकी फ्लाइट दिल्ली पहुंची तो दिल्ली फ्लाइट पहुंचते ही उन्होंने दिल्ली की धरती पर अपना कदम रखा तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। दिल्ली पहुंचते ही उसने फ्लाइट से उतर कर अपने परिजनों पर फोन कर सूचना दी कि वह फ्लाइट से उतरकर दिल्ली पहुंच चुका है। जिसके बाद सूचना मिलते ही उसके परिजन भी बेफिक्र हो गए और सुकून महसूस कर रहे थे।