विकास का आयाम बनेगा अमृत भारत स्टेशन, जाति में उलझा रही है बिहार सरकार : राकेश सिन्हा
बेगूसराय, 11 जनवरी। राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने रेल मंत्रालय द्वारा अमृत महोत्सव स्टेशन योजना में शामिल बेगूसराय जिला के लखमिनियां एवं साहेबपुर कमाल रेलवे स्टेशन का बुधवार को निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने शराबबंदी की पोल खोलते हुए बिहार सरकार पर विकास के बदले लोगों को जातीय जंजाल में उलझाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से उनके निर्देश पर रेल मंत्रालय ने अमृत महोत्सव रेलवे स्टेशन योजना के तहत देश के कुछ रेलवे स्टेशन का चयन किया है। जिसमें बेगूसराय जिला के तीन रेलवे स्टेशन लखमिनिया, साहेबपुर कमाल और सलौना को शामिल किया है।
अमृत महोत्सव रेलवे स्टेशन योजना में शामिल स्टेशन को आधुनिक और अधिकतम सुविधा उपलब्ध होगी तथा भविष्य में महानगरों के स्टेशन से भी जोड़ा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सलौना, लखमिनिया और साहेबपुर कमाल रेलवे स्टेशन दशकों से उपेक्षित रहा है। जब हमने स्टेशन का निरीक्षण कर यहां की स्थिति से डीआरएम सहित अन्य वरीय अधिकारियों को अवगत कराया तो रेलवे ने तुरंत स्टेशन की जर्जर स्थिति को ठीक किया और न्यूनतम सुविधा उपलब्ध कराया।
अब इस स्टेशनों का विकास अनवरत जारी रहेगा। अमृत महोत्सव रेलवे स्टेशन योजना के तहत प्लेटफॉर्म को ऊंचा किया जाएगा, शौचालय, बिजली, पानी, प्रतीक्षालय, नए भवन का निर्माण, आरक्षण काउंटर सहित अन्य जनपक्षीय सुविधा होगी। स्टेशन पर सुविधाओं का विकास के बाद ट्रेनों का ठहराव भी सुनिश्चित होगा। यह स्टेशन रेलवे के प्राथमिकता में रहेगी और जब जरूरत होगी रेलवे स्वतः स्टेशन पर सुविधाओं को बढ़ाने का कार्य करेगी। इस महत्वाकांक्षी योजना के पीछे उद्देश्य है रिमोट एरिया के स्टेशनों को विकसित करना। दशकों से उपेक्षित स्टेशनों को इसमें शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री के प्रेरणा से अमृत महोत्सव वर्ष में शुरू यह योजना काफी महत्वपूर्ण है।
बिहार में शराबबंदी को लेकर लगातार उठ रहे सवाल पर राकेश सिन्हा ने कहा कि शराबबंदी की पूरी नीति पर इमानदारी से मुख्यमंत्री को विचार करना पड़ेगा। यह योजना अच्छी है, लेकिन सरकारी संरक्षण में समानांतर व्यवस्था चलाकर इसे बर्बाद कर दिया गया है। पुलिस, नौकरशाही और असामाजिक तत्वों के बीच अस्वस्थ्य समझौता के कारण बाहर से शराब आ रहा है, उसके आड़ में लोग जहरीली शराब के शिकार हो रहे हैं। शराब पीने के आदि लोग सही और गलत के अंतर को नहीं समझ रहे हैं। शराबबंदी को लागू करने के लिए सरकार को मुस्तैदी से काम करना होगा। इसमें पुलिस की दलाल वाली भूमिका को सरकार समाप्त करना होगा।
बिहार में शुरू जातीय गणना के सवाल पर राकेश सिन्हा ने कहा कि दुनिया मंगल पर जा रहा है, भारत जी-20 का नेतृत्व कर रहा है। बिहार से सबसे अधिक आईएएस-आईपीएस बन रहे हैं, यहां के उद्यमी देश-दुनिया में परचम लहरा रहे हैं। लेकिन व्यवस्था के अभाव में छात्रों को कोटा पढ़ने जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। शिक्षा की स्थानीय व्यवस्था सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। लेकिन विकास नहीं कर बिहार को जाति में उलझाया जा रहा है। विकास अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जरूरत है, जाति की बात नहीं होनी चाहिए। इस जाति आधारित गणना का लाभ मुख्यमंत्री समझा दें। टूरिज्म को विकसित करने की जरूरत है, लेकिन यहां तो विकसित करने के बदले विदेशी के साथ रेप हो रही है। सरकार विकास करने में विफल होने के कारण लोगों को जाति में उलझा रही है।