बाबा साहब के नाम पर राजनीति करने की बजाय उनके विचारों को आत्मसात करके समरस समाज की संकल्पना को साकार करने की आवश्यकता: कविता जैन
सोनीपत
पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि बाबा साहब के नाम पर राजनीति करने की बजाय उनके विचारों को आत्मसात करके समरस समाज की संकल्पना को साकार करने की आवश्यकता है।
बस अड्डा स्थित अंबेडकर पार्क में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद ककरोई रोड स्थित अंबेडकर हॉस्टल तथा शांति विहार में आयोजित कार्यक्रम में कविता जैन ने कहा कि जाति – भेद एवं छुआछात के दंश को झेलने के बाद बाबा साहब ने हाथ में कलम आते ही एक झटके में समाज की बुराइयों को नेस्तनाबूद करके सामाजिक सद्भाव की नीव रखी।
मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि बाबा साहब स्पष्ट वक्ता दूरदर्शी एवं सच्चे राष्ट्रवादी थे तभी तो उन्होंने 1952 में सुरक्षा परिषद की सदस्यता ने मिलने पर पंडित नेहरू की आलोचना की और 1953 में चीन द्वारा तिब्बत में किए जा रहे कब्जे से आगाह किया। उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में बाबा साहब जैसे राजनेताओं की आवश्यकता है तभी देश की एकता अखंडता कायम रह सकती है। कार्यक्रम में सत्यवान भाटिया, कृष्ण भाटिया, रतन लाल भाटिया, राजेश कटारिया, जयभगवान, पवन कुमार, सुरेंद्र सिंह, करण सिंह राठी, महावीर कटारिया, सत्य प्रकाश, बलबीर सिंह, बलराम, राजबीर, दीपचंद,जय प्रकाश, कृष्ण गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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