प्रधानमंत्री ने कर्नाटक में नव घोषित राजस्व गांवों के 50 हजार लाभार्थियों को ‘हक्कू पत्र’ प्रदान किए
कलबुर्गी/नई दिल्ली, 19 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कर्नाटक के कलबुर्गी में नव घोषित राजस्व गांवों के लगभग 50 हजार लाभार्थियों को ‘हक्कू पत्र’ (मालिकाना अधिकार पत्र) वितरित किया। प्रधानमंत्री ने बंजारा (लंबानी घुमंतू) समुदाय के लिए इसे बड़ा दिन बताते हुए कहा कि हक्कू पत्र के माध्यम से उन्हें अपनी छत मिलेगी।
कर्नाटक के मलखेड में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री ने उत्तरी कर्नाटक के कलबुरगी, यादगिर, रायचूर, बीदर और विजयपुरा के पांच जिलों के बंजारा समुदाय के नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि आज कर्नाटक के लाखों बंजारा साथियों के लिए बहुत बड़ा दिन है। अभी 50 हजार से अधिक परिवारों को पहली बार उनके घर, रिहाइश का हक हक्कू पत्र मिला है। उन्होंने कहा कि जनवरी हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारा संविधान 1950 में इसी महीने में लागू हुआ था। ऐसे पावन महीने में कर्नाटक सरकार ने आज 50 हजार परिवारों को हक्कू पत्र प्रदान करने का जो निर्णय किया है वह सामाजिक न्याय के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ‘टांडा’ बस्तियों में रहने वाले ऐसे परिवारों के बेटे और बेटियों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करेगा।
प्रधानमंत्री ने कर्नाटक सरकार द्वारा तीन हजार से अधिक टांडा बस्तियों को राजस्व गांवों के रूप में घोषित करने के महत्वपूर्ण निर्णय की जानकारी दी और राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और उनकी पूरी टीम को इस उल्लेखनीय कदम के लिए बधाई दी। क्षेत्र और बंजारा समुदाय के साथ अपने संबंधों को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह क्षेत्र और बंजारा समाज उनके लिए नया नहीं है। वह जब 1994 के विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए यहां आये थे तब लाखों बंजारा परिवार उस रैली में जुटे थे।
किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने कहा कि एक पार्टी जिसने इस राज्य पर सबसे अधिक समय तक शासन किया, उसने केवल वोट बैंक बनाने पर ध्यान दिया और इन परिवारों के विकास के बारे में कभी नहीं सोचा। टांडा के निवासियों ने दशकों तक कठिनाइयों का सामना करते हुए संघर्ष किया है, लेकिन भाजपा सरकार के तहत चीजें बदल गई हैं। उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना के तहत सरकार ग्रामीण परिवारों के लिए कार्ड प्रदान कर रही है। कर्नाटक में, पक्के घरों, पानी के कनेक्शन, रसोई गैस कनेक्शन सहित सभी सामाजिक कल्याण योजनाओं के साथ-साथ बंजारा समुदाय को भी इसका लाभ मिलेगा। पहले की सरकार कुछ ही वन उपजों पर एमएसपी देती थी जबकि हमारी सरकार 90 से अधिक वन उपजों पर एमएसपी दे रही है। कर्नाटक सरकार के फैसले के बाद अब इसका लाभ भी तांडा में रहने वाले सभी परिवारों को मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लंबे समय तक देश पर राज करने वालों ने नारा देकर समाज के वंचित वर्गों का वोट तो लिया लेकिन उनके विकास के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए। हम उन्हें सशक्त बनाने के लिए काम कर रहे हैं और इन वर्गों को उनका अधिकार मिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार सुशासन और सद्भावना के उस रास्ते पर चल रही है जो भगवान बस्वेश्वरा ने दिखाया था। उन्होंने कहा कि भगवान बस्वेश्वरा के आदर्शों से प्रेरित होकर हम सभी के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने याद किया कि कैसे अनुभव मंडपम जैसे मंचों के माध्यम से भगवान बस्वेश्वरा ने लोकतंत्र और सामाजिक न्याय का एक मॉडल पेश किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने सभी के सशक्तिकरण के लिए सभी प्रकार के भेदभाव से ऊपर उठने का मार्ग दिखाया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंजारा समुदाय ने दशकों तक कठिन दिन देखे हैं, लेकिन अब समय आ गया है कि वे सहजता और गरिमा के साथ जिएं। उन्होंने बंजारा समुदाय के युवाओं के लिए छात्रवृत्ति और आजीविका, पक्के घरों में मदद जैसे उपायों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि खानाबदोश जीवन शैली के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याओं का भी समाधान किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उठाए गए कदमों की सिफारिश 1993 में की गई थी, लेकिन वोट बैंक की राजनीति के कारण इसमें देरी हुई लेकिन अब वह उदासीन माहौल बदल गया है।
प्रधानमंत्री ने बंजारा समुदाय की माताओं से अपील करते हुए कहा कि वह चिंता न करें उनका एक बेटा दिल्ली में बैठा है। उन्होंने कहा कि टांडा आबादियों को गांवों के रूप में मान्यता मिलने के बाद गांवों में बुनियादी सुविधाओं के विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि परिवार स्वतंत्र रूप से रहेंगे और उनके हक के कागजात मिलने के बाद बैंकों से ऋण लेना बहुत आसान हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार स्वामित्व योजना के माध्यम से पूरे देश में ग्रामीण घरों के लिए संपत्ति कार्ड वितरित कर रही है और अब कर्नाटक में बंजारा समुदाय भी इसका लाभ उठा सकता है। प्रधानमंत्री ने पक्के घर, शौचालय, बिजली कनेक्शन, पाइप वाले पानी के कनेक्शन और गैस कनेक्शन देने वाली पीएम आवास योजना पर प्रकाश डाला और कहा कि बंजारा समुदाय अब डबल इंजन सरकार की इन सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, “झुग्गियों में रहना अब अतीत की बात हो गई है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि खानाबदोश समुदायों को लंबे समय से मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित रखा गया है। हमारी सरकार इन समुदायों को कैशलेस स्वास्थ्य लाभ, मुफ्त राशन के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर रही है, जिससे सभी के बीच नई आकांक्षाएं पैदा हो रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मुद्रा योजना लाभार्थियों में से 70 प्रतिशत महिलाएं हैं। स्वनिधि योजना के तहत पथ विक्रेताओं को न्यूनतम ब्याज पर ऋण मिल रहा है। हम महिलाओं के साथ-साथ वंचित वर्ग के सदस्यों को भी नए अवसर प्रदान कर रहे हैं।