बेगूसराय के 50 से अधिक गांव और नगर निगम में घुसा गंगा का उफान
बेगूसराय, 28 अगस्त गंगा नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर से सिर्फ दियारा वासी ही नहीं बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र में भी सनसनी फैल गई है।
पिछले पांच दिनों से लगातार जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा के खतरा का निशान पार कर जाने से दियारा इलाका के हजारों एकड़ में लगी फसल डूब गई है। वहीं, सैकड़ों घर के साथ-साथ सिमरिया गंगा घाट में स्थित एक सौ से अधिक दुकानों में भी पानी प्रवेश कर गया है, जिसके कारण बड़ी क्षति हुई है।
गंगा का जलस्तर बढ़ने से बछवाड़ा, तेघड़ा, बरौनी, मटिहानी, बलिया, साहेबपुर कमाल एवं शाम्हो प्रखंड क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों में पानी प्रवेश करने के साथ-साथ बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र में भी गंगा ने एंट्री मार दी है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बिहार में अगले दो दिनों तक तेज बारिश के साथ-साथ हिमालय के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से जलस्तर में और वृद्धि होने की संभावना है। गंगा नदी के साथ बेगूसराय जिला के बीचो-बीच से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। लेकिन अब तक जिला प्रशासन द्वारा खतरनाक घाटों पर लोगों के स्नान करने से रोकने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। स्नान के दौरान डूबने से जिस घाट पर लोगों की लगातार मौत हो रही थी, उसे खतरनाक घोषित कर प्रशासन ने बोर्ड लगाने की औपचारिकता पूरी कर ली, लेकिन स्नान करने से रोकने वाला कोई नहीं है।
बेगूसराय में सबसे अधिक डूबने से मौत बरौनी प्रखंड के सिमरिया तथा मटिहानी प्रखंड के खोरमपुर में होती है। जिसमें सिमरिया में 12 गोताखोर लगातार तैनात हैं, रविवार को भी सिमरिया में प्रशासनिक लापरवाही से सात माह से मजदूरी नहीं मिलने के बाद भी गोताखोरों ने स्नान के दौरान गंगा में डूब रहे मधुबनी जिला के फुलपरास सरहज निवासी विनीत कुमार को किसी तरह से बचा लिया है। दूसरे सबसे बड़े खतरनाक स्थल मटिहानी प्रखंड के खोरमपुर में खतरनाक घाट घोषित लगाए गए बोर्ड में टूट कर आत्महत्या कर लिया है। यहां बड़ी संख्या में लोग उफनती गंगा में स्नान कर रहे हैं, लेकिन यहां किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है। शुक्रवार को क्षेत्र भ्रमण पर गए डीएम ने जलस्तर बढ़ने के कारण खोरमपुर घाट से मटिहानी-शाम्हो के बीच गंगा में नाव के परिचालन पर कड़ाई पूर्वक रोकने का आदेश दिया था। लेकिन नाव भी लगातार चल रहा है, जो कभी भी बड़े हादसे का गवाह बन सकता है। फिलहाल गंगा के लगातार बढ़ रहे जलस्तर से दहशत का माहौल है।