श्रवण मास के अंतिम सोमवार को दो लाख से अधिक कांवड़ियों के साथ भक्तों ने किया जलाभिषेक
– मुरादाबाद के प्रसिद्ध प्राचीन सिद्धपीठ 84 घंटा मंदिर और झारखंडी शिव मंदिर में रात्रि दो बजे शुरू
मुुरादाबाद, 08 अगस्त। श्रावन मास के चतुर्थ व अंतिम सोमवार पर 2 लाख से अधिक कांवड़ियों के साथ भक्तों ने जलाभिषेक किया। मुरादाबाद के प्रसिद्ध प्राचीन सिद्धपीठ 84 घंटा मंदिर और बाबा झारखंडी शिव मंदिर में रात्रि दो बजे से कांवड़ियों द्वारा जलाभिषेक शुरू हो गया। सोमवार को दोपहर दो बजे तक मंदिरों में जलाभिषेक हुआ। मुरादाबाद के सभी मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से काफी संख्या में पुलिस बल व प्रशासनिक अधिकारी तैनात रहे।
मुरादाबाद में रविवार की सुबह से सोमवार सुबह तक दो लाख से अधिक कावड़िए बैकुंठी कांवड़, खड़ेश्री कंवर, झूलाश्री कांवड़, डाक कावड़ व दोपहिया और चौपहिया वाहनों से गंगाजल लेकर मुरादाबाद पहुंचे। मास के अंतिम सोमवार पर चौरासी घंटा मंदिर व बाबा झारखंडी शिव मंदिर सहित मुरादाबाद के सभी मंदिरों में उमड़ी कांवड़ियों व भक्तों की भीड़ ने श्रावण मास के सभी पिछले सभी सोमवार के रिकार्ड तोड़ दिये। डीजे से भक्ति संगीत प्रवाहित करते हुए बेड़ों ने रविवार शाम से ही मुख्य मंदिरों पर पहुंचना शुरू कर दिया।
सावन के चतुर्थ व अंतिम सोमवार पर भी रविवार देर रात से ही जलाभिषेक आरंभ हो गया जो दोपहर तक जारी रहा। प्रसिद्ध प्राचीन सिद्धपीठ चौरासी घंटा मंदिर किसरौल के पुजारी विष्णु दत्त शर्मा ने रविवार रात्रि लगभग 1 बजकर 30 मिनट पर मंदिर के कपाट खोल दिए। मंदिर में साफ-सफाई के बाद रात्रि 2 बजे जलाभिषेक प्रारंभ हो गया। श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के जयघोष के साथ मंदिर में प्रवेश किया। पहले खड़ेश्री कंवर व झूलाश्री कांवड़ वाले कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया फिर बैकुंठी कांवड़ वाले कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया। 84 घंटा मंदिर के बाद सभी शिवभक्त कांवरियों व अन्य भक्तों ने नागफनी स्थित बाबा झारखंडी शिव मंदिर में जलाभिषेक किया और पूजा अर्चना की।
इसके अलावा श्रद्धालुओं ने रेलवे कॉलोनी स्थित मनोकामना श्री हनुमान मंदिर, श्री दुर्गा मंदिर भवन बुध बाजार, गीता ज्ञान मंदिर कोठीवाल नगर, शिव शक्ति मंदिर रामगंगा विहार, प्राचीन श्री दुर्गा मंदिर कोर्ट रोड, सीताराम मंदिर गुजराती मोहल्ला, पुलिस लाइन स्थित मंदिर, गंगा मंदिर किसरौल, माता मंदिर लाइनपार, शिव मंदिर जयंतीपुर, शक्ति लोक शिवालय लोकोशेड, ऋणमुक्तेश्वर मंदिर खुशहालपुर बुद्धि विहार, शिव मंदिर सागर सराय, काली मंदिर हरथला दुर्गा मंदिर नवीन नग, दिव्यलोक आश्रम स्थित विश्वनाथ मंदिर आशियाना, ढाबे वाली माता मंदिर आशियाना आदि विभिन्न मंदिरों में भक्तों ने जलाभिषेक करके भगवान की आराधना की और मन्नतें मांगीं।
रात्रि दो बजे खुल गए बाबा झारखंडी शिव मंदिर के कपाट
बाबा झारखंडी शिव मंदिर के महंत पंडित भोले नाथ शर्मा ने बताया कि भीड़ देखते हुए उन्होंने भी श्रावन मास के अंतिम सोमवार पर रात दो बजे मंदिर के कपाट जलाभिषेक के लिए खोल दिये। इसके साथ ही बम बम भोले का जयघोष होने लगा। पहले कांवड़ियों ने जलभिषेक किया तब तक अन्य श्रद्धालु और निजी वाहनों से जल लेकर आने वाले भी आने शुरू हो गया। दोपहर दो बजे तक इनके आने का क्रम चलता रहा।