अपनी प्रतिभा के दम पर नये रिकॉर्ड स्थापित कर रहे हैं भारत के प्रवासी युवाः शिवराज
इंदौर, 08 जनवरी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत के प्रवासी युवाओं ने अपनी प्रतिभा के दम पर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है। कई जगह ऐसी स्थिति है कि यदि भारतीय न हों तो काम ही ठप हो जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय युवा आज सर्वश्रेष्ठ देने का कार्य कर रहे हैं। खेलो इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया और 5जी तक भारतीय युवा अपनी प्रतिभा के दम पर नये रिकॉर्ड स्थापित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान रविवार को इंदौर में आयोजित युवा प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान के साथ विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, निसिथ प्रामाणिक और ऑस्ट्रेलिया की संसद सदस्य ज़ेनेटा मैस्करेनहास एवं अन्य गणमान्य हस्तियों ने दीप प्रज्वलन करके ‘युवा प्रवासी भारतीय दिवस’ का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने शुभारंभ सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मैं मध्यप्रदेश की 8.50 करोड़ जनता की ओर से आप सभी का हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं। यह स्वागत केवल शब्दों में नहीं है, यह स्वागत आत्मीय है, यह स्वागत भावनात्मक है। उन भावनाओं का प्रकटीकरण आप इंदौर की सड़कों पर देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा वह नहीं है, जिसकी उम्र 15 से 35 साल की होती है। युवा वह है जिसके पैरों में गति होती है। युवा वह है जिसके सीने में आग होती है, जिसकी आंखों में सपने होते हैं, युवा वह है जो सपनों को साकार करके ही दम लेता है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया को दिशा दिखा रहा है। आने वाले वर्षों में भारत को ज्ञान शक्ति, अर्थशक्ति और आत्मनिर्भर बनाने के लिए इनोवेशन एवं टेक्नोलॉजी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि भारत के युवा नवाचार कर रहे हैं। अगर आप गूगल माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, एडोब ,आईबीएम, मास्टरकार्ड जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के ऑफिस में देखेंगे, तो केवल भारतीय ही भारतीय नजर आएंगे। यह भारतीय मेधा और विश्वसनीयता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट, वल्चर स्टेट है और अब तो मध्यप्रदेश चीता स्टेट भी है। यहां 2 ज्योर्तिलिंग श्री महाकाल महालोक और ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग हैं। यहां 3 वर्ल्ड हेरिटेज और 11 टाइगर नेशनल पार्क हैं। हमें गर्व होता है कि सुंदर पिचाई, सत्या नडेला, शांतनु नारायण, अरविंद कृष्णा, इंदिरा नूरी सहित अनेक नाम हैं, जिन्होंने सफलता के नए आयाम रचने का काम किया है। आगे बढ़ने के लिए इनोवेशन के साथ टेक्नोलॉजी भी जरूरी है।