अंतरराष्ट्रीय मिलेटस वर्ष के रूप में मनेगा 2023 : सूर्यप्रताप शाही
मेरठ, 19 नवम्बर । प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि सरकार 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेटस वर्ष के रूप में मनाएगी। गेहूं का 32 प्रतिशत उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। यह किसानों के कठिन परिश्रम का परिणाम है। चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस 23 दिसम्बर को प्रदेश सरकार किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाएगी।
चौधरी चरण सिंह विवि के नेताजी सुभाषचन्द्र बोस प्रेक्षागृह में शनिवार को मेरठ, मुरादाबाद, बरेली और सहारनपुर मण्डल की मंडल स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही रहे। मण्डलीय गोष्टी में आत्मा योजना के सौजन्य से मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। प्रदर्शनी में कृषि पशुपालन, मत्स्य, गन्ना, डेयरी, उद्यान, कृषि रसायन उत्पादक कृभको, दयाल फर्टिलाईजर, कृषक उत्पादन संगठनों द्वारा स्टॉल लगाए गए। अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इनसीटू योजना के अन्तर्गत फार्म मशीनरी बैंक लाभार्थी एफपीओ नीर आदर्श कुशावली और बहसूमा फार्मर प्रोडयूसर को कृषि मंत्री ने ट्रैक्टर की चाबी सौंपी। कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा दलहन व तिलहन की खेती को बढ़ावा देने, सहारनपुर जनपद में शहद निर्यात बढाने का आश्वासन दिया गया। पोपलर व यूकेलिप्टस के उद्योग के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमति प्रदान कर दी है। सहकारी समितियों पर पोटाश की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया गया।
अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ देवेश चतुर्वेदी द्वारा किसानों द्वारा उठाई गई मुख्य समस्याओं के समाधान किए जाने का आश्वासन दिया गया। सोलर पम्प व कृषि यन्त्रों पर दिये जा रहे अनुदान के लिए सत्यापन प्रक्रिया शीघ्र किए जाने के निर्देश दिए गये। प्रमुख सचिव खाद्य व रसद बीना कुमारी ने गन्ने की घटतौली की समस्या का समाधान किए जाने का आश्वासन दिया। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अजयवीर सिंह, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. विकास मलिक, डॉ. पीसी घासल द्वारा तकनीकी सत्र में जैविक/प्राकृतिक खेती, गन्ने की खेती, पशुओं की लम्पी बीमारी, रबी की फसलों में उत्पादकता वृद्धि के तकनीकी बिन्दुओं की चर्चा की गई। यूट्यूब के माध्यम से कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। मेरठ मंडल की आयुक्त सेल्वा कुमारी जे. द्वारा मेरठ में रबी की तैयारी व मंडल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया। सभी मण्डल के जनपद से उपस्थित किसानों द्वारा बारी-बारी से अपने जनपद की मुख्य समस्याओं को उठाया गया। इनमें गन्ने के भुगतान में विलम्ब, आवारा पशुओं से फसलो के नुकसान, नहरों में सिचाई के पानी की उपलब्धता न होने, कृषकों के नलकूपों पर मीटर लगाए जाने आदि समस्याएं प्रमुख रही।
जिलाधिकारी मेरठ दीपक मीणा द्वारा सभी अधिकारियों व कृषकों का गोष्ठी में भाग लेने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। गोष्ठी का संचालन संयुक्त कृषि निदेशक मेरठ मण्डल डॉ. अमरनाथ मिश्रा ने किया। गोष्ठी में सभी जिलाधिकारी, चारों मण्डलों के मुख्य विकास अधिकारी, कृषि एवं सम्बद्ध विभागों के मण्डलीय व जनपदीय अधिकारी, किसान, अन्य मण्डल सहारनपुर, मुरादाबाद, व बरेली के सभी मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी भी एनआईसी के वर्चुअल माध्यम से गोष्ठी में उपस्थित रहे।