आचार्य द्विवेदी ने हिन्दी को सुधारकर उसे संवारा : प्रो राजवंशी
रायबरेली, 09 नवम्बर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक प्रो. (डॉ )अरविन्द राजवंशी एवं निफ्ट रायबरेली के निदेशक डॉक्टर भारत साह ने बुधवार को संयुक्त रूप से आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति प्रदर्शनी एवं पुस्तक मेले का उद्घाटन किया।
समारोह में एम्स के निदेशक प्रो. राजवंशी ने कहा कि आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी के काम की सबसे बड़ी खासियत है हिन्दी की त्रुटियों को सुधार का समाज के सामने प्रस्तुत करना। गलतियों को पकड़ना आसान है लेकिन दूर करना बहुत कठिन। आचार्य द्विवेदी ने यही मुश्किल काम आसानी से अंजाम दिया इसीलिए हिन्दी साहित्य में उनके कालखंड को द्विवेदी युग के रूप में जाना जाता है। हाई स्कूल में कोर्स में आचार्य जी की कविताएं और लेख पढ़े थे। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि उनकी कर्मस्थली में काम करने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने समिति के अनुरोध पर आश्वस्त किया कि एम्स में पुस्तकालय वाचनालय भवन का नाम आचार्य जी के नाम पर रखने की हर संभव कोशिश करेंगे।
निफ्ट के निदेशक साह ने कहा कि आचार्य द्विवेदी ने सरस्वती का सम्पादन करते हुए साहित्यकारों की एक पीढ़ी का निर्माण किया। इससे खड़ी बोली प्रचलन में आई। पुस्तक मेला और प्रदर्शनी से भावी पीढ़ी को इतिहास से जुड़ने का मौका मिल रहा है। हमें हिन्दी बोलने में शर्माना नहीं चाहिए। मातृभाषा गर्व करने की चीज है। अंग्रेजी पढ़ें लेकिन हिन्दी से परहेज ना करें क्योंकि हिन्दी से भारतीयता की खुशबू आती है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए एसडी कॉलेज के प्रबंध मंत्री अतुल भार्गव ने कहा कि भूत को भविष्य जैसे जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम पुस्तक मेला ही है। उन्होंने समिति को भविष्य में भी हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया। समारोह को एम्स के उपनदेशक एसके सिंह, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी समीर शुक्ला ने भी संबोधित किया।
अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजक अभिषेक द्विवेदी और आभार नीलेश मिश्रा ने व्यक्त किया। संयोजन समिति के अध्यक्ष विनोद शुक्ल ने अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया।