पूर्व मंत्री कृष्णा गहलावत के छोटे सुपुत्र समीर की अकादमी ग्रामीण युवा केंद्र ने रचा इतिहास
-केंद्र के 16 विद्यार्थियों ने यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की, यक्ष चौधरी रहे 5वें स्थान पर
-पूर्व मंत्री कृष्णा गहलावत व समीर गहलावत ने दी सफल विद्यार्थियों को बधाई
-ग्रामीण युवा केंद्र में नि:शुल्क रूप से दी जाती है विद्यार्थियों को छात्रावास व पुस्तकालय की सुविधा
पूर्व मंत्री कृष्णा गहलावत व छोटे सुपुत्र समीर गहलावत।
राई। हरियाणा की पूर्व मंत्री कृष्णा गहलावत के छोटे सुपुत्र समीर गहलावत की अकादमी ग्रामीण युवा केंद्र (जीवाईके) ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी)-2021 की परीक्षाओं में इतिहास रच दिया है। जीवाईके के 16 छात्र-छात्राओं ने यूपीएससी में सफलता हासिल की है, जिसके लिए पूर्व मंत्री कृष्णा गहलावत व समीर गहलावत ने प्रतिष्ठित यूपीएससी के सफल विद्यार्थियों को बधाई दी है। विशेष बात यह है कि जीवाईके में विद्यार्थियों को छात्रावास तथा पुस्तकालय की सुविधा पूर्ण रूप से नि:शुल्क प्रदान की जाती है। पूर्व मंत्री कृष्णा गहलावत आज फूली नहीं समा रही। उनका कहना है कि समाज सेवा के क्षेत्र में उनका सुपुत्र समीर गहलावत तन-मन-धन से समर्पित है। आज जनमानस के लिए स्थापित की गई अकादमी ग्रामीण युवा केंद्र आज अपने लक्ष्य को हासिल कर रही है। केंद्र के विद्यार्थियों ने उन्हें गौरवान्वित होने का सुअवसर प्रदान किया है। इसके लिए विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में अकादमी इसी प्रकार सेवारत रहेगी, ताकि आम वर्ग के बच्चे भी प्रतिष्ठित यूपीएससी मेें चयनित हो सकें। देश की राजधानी में दूर-दराज से आकर कोचिंग तथा रहन-सहन की सुविधा बेहद खर्चिली होती है, जिसे हर कोई वहन नहीं कर सकता। प्रतिभाशाली किंतु आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों के बच्चों की इस समस्या को समझते हुए ही समीर ने जीवाईके की स्थापना की है। साथ ही उन्होंने बताया कि बीते वर्ष भी संस्थान के 14 विद्यार्थियों ने यूपीएससी में सफलता हासिल की थी।
पूर्व मंत्री के सुपुत्र समीर गहलावत ने कहा कि माता-पिता के आशीर्वाद से स्थापित की गई जीवाईके आज आशाओं के अनुरूप परिणाम दे रही है। उन्होंने कहा कि वे प्रतिभाओं को तराशने में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहते। यदि किसी विद्यार्थी के आगे बढऩे की राह में संसाधन रोडा बन रहे हैं तो वे उनकी सहायता के लिए हर वक्त हाजिर हैं। जीवाईके के चौदह छात्र-छात्राओं ने यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करके अकादमी का नाम रोशन किया है। उन्होंने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे उनकी अकादमी की सेवाएं ले सकते हैं।