मीठी तै कर दे री माँ कोथली, आई ऐ माँ मेरी सामण की तीज
-तीज महोत्सव समृद्धि का प्रतीक, ऋतु परिवर्तन की होती है अनूठी शुरुआत-विधायक बड़ौली
-विधायक मोहन लाल बड़ौली के आवास के नजदीक स्थित शिव पार्क में धूमधाम से मनाया तीज महोत्सव
सोनीपत, 29 जुलाई। मीठी तै कर दे री माँ कोथली, आई ऐ माँ मेरी सामण की तीज।। तीज के मौके पर गाये जाने वाले इन सुरीले गीतों से सेक्टर-15 शुक्रवार को महक उठा। मौका था तीज महोत्सव के आयोजन का जो कि राई से विधायक एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री मोहन लाल बड़ौली के आवास के नजदीक शिव पार्क में किया गया।
विधायक बड़ौली की धर्मपत्नी गीता के नेतृत्व में आयोजित तीज महोत्सव में आस-पास की महिलाओं ने बड़ी संख्या मेंं हिस्सा लिया। सबने मिलकर पारंपरिक रूप से धूमधाम से तीज मनाई। महिलाओं ने तीज के पारंपरिक गीत गाए। उन्होंने गीत गाया- आई तीज बिखेरेगी बीज। झूलण चाली पहरकै लाल दामण, दामण की घूमै कली-कली।। इस प्रकार के मीठे व मंत्रमुग्ध करने वाले गीतों को ढोल-बाजे की थाप पर महिलाओं ने सुरीले अंदाज में गाया। महिलाओं ने एक-दूसरे को घेवर, गूंजियां तथा गुलगुले और पूड़े खिलाकर बधाई दी। इसके अलावा इस मौके पर दीपा रहेजा द्वारा गाए गए तीज के गीत सबते यो प्यारा लागे, तीज का त्यौहार, सारी सखिंया झूला झूलें, करके श्रंृगार से वातावरण महक उठा।
इस मौके पर विधायक मोहन लाल बड़ौली ने तीज महोत्सव की बधाई देते हुए जिला एवं प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि तीज पर्व भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। तीज पर्व से ऋतु परिवर्तन की भी अनूठी शुरुआत होती है। यह परिवर्तन हिंदुस्तान में ही देखने को मिलते हैं, जहां कई प्रकार की ऋतुएं होती हैं। जबकि अन्य देशों में लगभग एक समान मौसम ही रहता है।
विधायक बड़ौली ने कहा कि तीज पर्व हरियाली का सूचक है। चारो और हरा-भरा वातावरण देखने को मिलता है। रिमझिम बरसात से मौसम सुहाना हो जाता है। भीषण गर्मी से राहत मिलती है। हरियाली तीज उमंग भरा त्योहार है। युवतियां तथा महिलाएं मेंहदी रचाती हैं। साथ ही खासतौर से झूला झूलती हैें। बच्चे और बड़े साथ मिलकर झूला डालते हैं। सब मिलकर झूलने का आनंद उठाते हैं। साथ ही घरों में पकवान बनाये जाते हैं। प्रमुख रूप से गूंजियां व गुलगुले बनाये जाते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया कि वे हर भारतीय पर्व को धूमधाम से मनायें।
इस मौके पर भाजपा नेता आजाद नेहरा, सतीश तुषीर, राकेश मलिक, मंजू, संतोष, अंजू तथा शशि सहित अनेकों महिलाओं ने तीज महोत्सव मनाया।