पैरोल जंप करने वाला बदमाश गिरफ्तार
नई दिल्ली, 13 जून । कोविड के दौरान सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तिहाड़ जेल से पैरोल-फरलो पर बड़ी संख्या में कैदियों को रिहा किया गया। कुछ ने तो तय समय पर जेल में आत्मसमर्पण किया, लेकिन कुछ जेल से छुटने के बाद फरार हो गए। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक ऐसे ही बदमाश को गिरफ्तार किया है। इसकी पहचान पालम विहार, द्वारका निवासी प्रमोद वत्स (39) के रूप में हुई है। 24 मार्च 2020 को यह जेल से पैरोल पर आया था।
इसके बाद इसने कभी जेल का रुख नहीं किया। जेल में रहने के दौरान प्रमाद ने गैंगस्टर सुनील उर्फ टिलू, नवीन बाली व दूसरे गैंगस्टर नजदीकियां बढ़ा ली। इन लोगों ने प्रमोद से बाहर रुकने के लिए बोला था। इन लोगों का कहना कि काम के बदले उसे मोटा पैसा मिलेगा। हालांकि इन लोगों ने प्रमोद को कोई काम नहीं बताया। पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि रविवार को उनकी टीम को सूचना मिली थी कि हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा बदमाश प्रमोद वत्स पालम इलाके में आने वाला है। सूचना के बाद फौरन एक टीम का गठन किया गया। शाम करीब 4.20 बजे आरेपी को पालम गांव से दबोच लिया गया। वह अपने किसी साथी से मिलने के लिए आया था।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि 6 सितंबर 2011 को उसने अपने भाई विनोद उर्फ विक्की और मनोज के साथ मिलकर पालम गांव इलाके में बलवान सोलंकी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। प्रमोद उस समय द्वारका साउथ थाने का घोषित बदमाश था।
पुलिस ने हत्या के आरोप में सभी को गिरफ्तार कर लिया। अगस्त 2014 में प्रमोद समेत बाकी आरोपियों को उम्र कैद की सजा हो गई। तब से लगातार प्रमोद जेल में बंद था। कोविड शुरू हुआ तो वह और उसका भाई मनोज पैरोल पर जेल से बाहर आ गए, लेकिन विनोद को पैरोल नहीं मिली थी। पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।