कविता जैन-राजीव जैन ने अनंत चतुर्दशी पर अर्पित किया निर्वाण का लड्डू
-धन-धान्य, उन्नति-खुशहाली व संतान प्राप्ति के लिए करें भगवान का पूजन: कविता जैन
-अनंत सूत्र बांधने से सभी दुख और परेशानियों से मिलता है छुटकारा: राजीव जैन
-सेक्टर-15 स्थित जैन मंदिर में विधिवत रूप से पूजन करते हुए की लोक कल्याण की कामना
सोनीपत, 9 सितंबर। पूर्व मंत्री कविता जैन व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने अनंत चतुर्दशी की बधाई देते हुए लोक कल्याण की कामना की। उन्होंने सेक्टर-15 स्थित जैन मंदिर में विधिवत पूजन करते हुए निर्वाण का लड्डू अर्पित किया।
पूर्व मंत्री कविता जैन ने कहा कि अनंत चतुर्दशी भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष चतुर्दशी को कहा जाता है। इस अवसर पर भक्तगण अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए व्रत रखते हैं। अनंत चतुर्दशी या अनंत चौदस जैन धर्म के लोगों के लिए सबसे पावन तिथि होती है। यह दशलक्षण पर्व का आखिरी दिन होता है।
पूर्व मंत्री कविता जैन ने कहा कि धन-धान्य, उन्नति-खुशहाली और संतान प्राप्ति के लिए भगवान का पूजन किया जाता है। उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए व्रत व पूजन किये जाते हैं। यह पर्व हमारी सभ्यता व संस्कृति का परिचायक है। हमें मिल-जुलकर इस पर्व को मनाना चाहिए। अपनी हर प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए श्रद्घा व विश्वास के साथ इस पर्व को मनायें। इस मौके पर राजेश जैन तथा उनके पुत्र अक्षित जैन ने राजीव जैन के साथ मिलकर भगवान की शांतिधारा करते हुए सबके लिए सुख-शांति की कामना की।
पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने अनंत चतुर्दशी की बधाई देते हुए कहा कि पूजा-अर्चना व व्रत पूर्ण होने उपरांत मन निर्मल हो जाता है और फिर सब एक-दूसरे से क्षमा याचना करते हैं।
पूर्व मीडिया सलाहकार ने सेक्टर-15 स्थित जैन मंदिर में श्रद्घालुओं को अनंत चतुर्दशी की बधाई देते हुए प्रोत्साहित किया कि अपने बच्चों को ऐसे अवसरों में अवश्य शामिल करें। इससे बच्चों में संस्कारों का निर्माण होता है। साथ ही वे संस्कृति व सभ्यता से भी परिचित होते हैं। उन्होंने अनंत चतुर्दशी के सफल आयोजन की भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि श्रद्घालुओं का उत्साह सुखद है। जैन मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़ से प्रतीत होता है कि लोग अपनी परंपराओं का निर्वहन बढ़-चढक़र करते हैं।
इस अवसर पर अतुल, मनीष, राजेश, पीयूष, गौरव,सुरेश, पवन, अतिन, रश्मि, उषा, रेखा, किरण, अरुण, अंकुश, मनोज, नरेंद्र, सुरजीत बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।