रोहतक: 36 बिरादरी के लोग धूमधाम से मनाएं भगवान परशुराम जयंतीः अरविंद शर्मा
सांसद बोले, भगवान परशुराम किसी एक समाज के नहीं, बल्कि समाज के सभी वर्गाे के पुजनीय है
महम में आयोजित परशुराम जयंती पर मंच से बोले सांसद, पहरवार की जमीन को लेकर मुख्यमंत्री ने भर रखी है हामी, हर हाल में मिलेगी जमीन
कार्यक्रम में मौजूद नवीन जयहिंद को भी दी नसीहत, गरिमा में रह कर उठानी चाहिए आवाज
रोहतक डॉ अरविंद शर्मा ने आह्वान किया कि 36 बिरादरी को भगवान परशुराम जयंती मनानी चाहिए, भगवान परशुराम एक समाज के नहीं थे, बल्कि समाज के सभी वर्गाे के पुज्नीय है। सांसद ने कहा कि भगवान परशुराम महानता और वीरता के प्रतीक है और उन्हें बल्कि न्याय का देवता भी माना गया है। सांसद ने मंच से ही गौड शिक्षण संस्था की पहरावर जमीन का भी जिक्र किया और कहा कि संस्था को हर हाल में यह जमीन मिलेगी और इसके लिए मुख्यमंत्री ने भी हामी भर रखी है, लेकिन कुछ लोग अनाप-सनाप बोल कर समाज का नुकसान कर रहें है, उन्हें गरिमा में रह कर अपनी बात रखनी चाहिए। रविवार को सांसद अरविंद शर्मा ने महम में आयोजित भगवान परशुराम जयंती समारोह में शिरकत की।
लोगों को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि मान्यताओ के अनुसार सात ऐसे चिरंजीवी देवता है, जोकि युगों युगों से इस पृथ्वी पर मौजूद है और इन्हीं में से एक भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम भी है। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम का जन्म बैसाख शुक्कल तृतीया की रात्रि के प्रथम प्रहर में हुआ था। इस अवसर पर जगदीश शर्मा, अजाद अत्री, डॉ आनंद, संदीप चेयरमैन, रामपाल सिसाय, सरपंच कर्णा, सरपंच राजेश, मुकेश वशिष्ठ, अजय सैनी, सतबीर शर्मा, भगवान शर्मा, बिश्मबर शर्मा आदि काफी संख्या में लोग उपस्थित रहें।
संस्था को मिलेगी पहरावर की जमीन, सीएम से हो चुकी है बातचीत
परशुराम जयंती पर मंच से सांसद अरविंद शर्मा ने पहरावर की जमीन को लेकर कहा कि हर हाल में संस्था को यह जमीन मिलेगी, इसके लिए सीएम के साथ उनकी बातचीत हो चुकी है। सांसद ने कार्यक्रम में मौजूद नवीन जयहिंद को नसीहत देते हुए कहा कि समाज के लिए आवाज उठाना अच्छी बात है, लेकिन समाज के नाम पर इस तरह राजनीति करना ठीक नहीं है, गरिमा में रह कर अपनी बात रखनी चाहिए। इस तरह की ओच्छी हरकतों से समाज को फायदा होने की बजाए, नुकसान होता है। सरकार पूरी तरह से ब्राहम्णों के साथ है और मुख्यमंत्री ने संस्था को जमीन देने की हामी भर रखी है।