सदर अस्पताल में डिप्लोमा इन नेशनल बोर्ड ऑफ कोर्स व ईएनटी कोर्स पढ़ाई की प्रक्रिया शुरू
सहरसा,10 नवंबर। जिले वासियों के लिए सदर अस्पताल से संबंधित एक अच्छी खबर मिली है। जहां जल्द ही सदर अस्पताल में मेडिकल में पढ़ने को इच्छुक छात्र छात्रों का नामांकन होगा। मेडिकल के कुल तीन स्ट्रीम में छात्र-छात्राओं का नामांकन लिया जाएगा। जिनमें वे छात्र होंगे जो प्रतियोगिता परीक्षा पास कर पहुंचेंगे। एनआईटी प्रतियोगिता परीक्षा को आयोजित करेगा।
उक्त प्रतियोगिता परीक्षा में 50% छात्र जहां बिहार राज्य के निवासी होंगे। 50% छात्र दूसरे राज्य के भी होंगे।राज्य के कुल 23 जिला स्थित सदर अस्पताल और 3 मेडिकल इंस्टिट्यूट में उक्त तीन स्ट्रीम के कोर्स की पढ़ाई को राज्य सरकार द्वारा हरी झंडी दी गई है।जिसको लेकर पटना से टेक्निकल टीम गुरुवार को सहरसा पहुंची। दो सदस्यीय टीम में डॉ रितेश और डॉ प्रभाकर सिन्हा द्वारा सदर अस्पताल के भौतिक संसाधनों एवं ह्यूमन रिसोर्स का गहनता से निरीक्षण किया। सदर अस्पताल में कोर्स को लेकर आने वाली कमियों को दूर करने का बातें कही गई है।
टीम में शामिल अधिकारियों ने बताया कि बिहार सरकार सदर अस्पताल के लिए प्रस्ताव लाया है। जो सदर अस्पताल में चलेगा। इसमें तीन स्ट्रीम है। ऑफ़स एन्ड गायनी , पियेटिक्स और ईएनटी। जिसमें पढ़ाई की व्यवस्था होगी। जिसको लेकर उसका एसेसमेंट किया जा रहा है। सदर अस्पताल के संसाधन की जांच की जा रही है। जिसमें यह अस्पताल कहां तक है। इस हॉस्पिटल में क्या-क्या और कहने की जरूरत है। जिनमें ह्यूमेन रिसोर्स के टर्म में और इंफ्रास्ट्रक्चर के टर्म में क्या-क्या कमियां है। उसे देखा जा रहा है। ताकि उनमें सुधार कर इस प्रोग्राम को यहां सफलतापूर्वक लांच किया जा सके।
उन्होंने आगे बताया कि इस प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट आएंगे। तीनों ही स्ट्रीम में छात्रों का नामांकन होगा। जिसमें 50% बच्चे बिहार के होंगे जबकि 50% बच्चे बिहार के बाहर से होंगे। इस कोर्स का पूरा नाम डिप्लोमा इन नेशनल बोर्ड ऑफ कोर्स है। यह मास्टर डिग्री प्रोग्राम के तहत है। जैसे एमबीबीएस कोर्स के उपरांत लोग एमडी और एमएस करते हैं। वैसे ही इसमें बच्चों का सिलेक्शन होगा। सदर अस्पताल में इस कोर्स को प्रस्तावित किया गया है। यह बिहार के कुल 23 जिले और 3 मेडिकल इंस्टिट्यूशन में चलाया जाएगा। प्रथम फेज के लिए इस प्रोग्राम को प्रस्तावित किया गया है। यह प्रोसेस है। प्रक्रिया आगे भी चलेगी। आगामी 6 महीने या 7 महीने के बाद इसको चालू किया जाएगा।मौके पर सिविल सर्जन डॉ के के मधुप,डीएस डॉ एस पी विश्वास,सदर अस्पताल मैनेजर शिम्पी कुमारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।