कुरुक्षेत्र: खेदड़ मामले का मुख्यमंत्री तुरंंत करें समाधान: रतनमान
कहा : 24 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रदेश सरकार खामोश क्यों, चुप्पी तोड़े मुख्यमंत्री
कुरुक्षेत्र, 9 जुलाई । भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने गत दिवस खेदड़ गांव में ग्रामीणों व पुलिस के बीच हुई भिड़ंत को लेकर गहरा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह सारी घटना प्रशासन की अनदेखी की वजह से हुई है। जिसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी ही कम है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रदेश सरकार की तरफ से संवेदना के रूप में किसी प्रकार का बयान नहीं आया है।
रतनमान ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को इस मामले को गंभीरता से लेकर निपटान करना चाहिए। इस घटना को करीब 24 घंटे का समय बीत जाने के बाद भी प्रदेश के मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए है। जोकि एक चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़कर संवेदनाओं के साथ इस मामले का हल निकालने के लिए आगे आना चाहिए। गत दिवस हुई इस घटना को लेकर प्रदेश भर में सरकार के खिलाफ रोष फैल रहा है। प्रजातंत्र में इस तरह की घटना का होना बेहद ही चिंताजनक है। भाकियू अध्यक्ष रतनमान ने प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि लगातार 86 दिन तक खेदड़ पावर प्लांट के पास चले धरने को अगर गंभीरता से लिया जाता तो इस तरह की घटना घटित नहीं होती। कहीं न कहीं स्थानीय प्रशासन की बड़ी लापरवाही रही है। अगर शासन-प्रशासन इस दौरान गौशाला कमेटी के सदस्यों के साथ संवेदना से वार्ता करता तो किसान धर्मपाल की मौत न होती और न ही दर्जनों लोग घायल होते। भारतीय किसान यूनियन इस प्रकरण को लेकर ग्रामीणों के साथ डटकर खड़ी है। जब तक सरकार गौशाला कमेटी के साथ बातचीत करके समाधान नहीं करती है तो आंदोलन लगातार जारी रहेगा।