फतेहाबाद: नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों हड़पने के आरोपों से पलटा सुभाष टोपी
एसपी को लिखित में दरखास्त देकर कहा : नौकरी के लिए न तो किसी को रुपए दिए और न ही किसी से लिए
फतेहाबाद, 14 सितम्बर। फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम के पीए राजबीर पर कई लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर 85 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाने वाला विधायक का पूर्व ड्राईवर सुभाष टोपी बुधवार को अपने आरोपों से पलट गया। पुलिस अधीक्षक को लिखित में एक पत्र सौंपते हुए सुभाष टोपी ने कहा कि नौकरी के लिए न तो किसी को रुपए दिए गए और न ही किसी से लिए। ये सब उसने राजनीतिक दबाव में बोला था।
बता दें करीब दो माह पहले सुभाष को संदिग्ध परिस्थितियों में जहरीले पदार्थ का सेवन करने के चलते शहर के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उस समय सुभाष का सोशल मीडिया पर एक सुसाइड नोट भी वायरल हुआ था। इसमें सुभाष ने विधायक दुड़ाराम के पीए राजबीर पर कई लोगों को नौकरी दिलवाने के नाम पर उससे 85 लाख रुपये रुपये ऐंठने के आरोप लगाए थे। सुसाइड नोट के अनुसार उसने कुछ अन्य लोगों से रुपये लेकर पीए राजबीर को दिए थे। सुभाष द्वारा सुसाइड की कोशिश करने का पता चलते ही विधायक दुड़ाराम अस्पताल जा पहुंचे। इसके बाद बाद सुभाष पुलिस को दिए बयान से पलट गया था।
इस पर एक बारगी तो मामला निपट गया था। दो माह बाद एक बार फिर सुभाष जागा और 9 सितम्बर को अपने परिजनों व सेंकड़ों ग्रामीणों के साथ फतेहाबाद में भट्टू रोड स्थित विधायक निवास पर धरना देते हुए रोड जाम कर दिया। रातभर लोग विधायक निवास पर डटे रहे और अगले दिन पुलिस ने इन लोगों को यहां से उठवाया। धरने के दौरान भी सुभाष व उसके परिजनों ने विधायक के पीए पर नौकरी के नाम पर पैंसे ऐंठने के आरोप लगाया।
विधायक ने भी इस मामले में एसपी को निष्पक्ष जांच करवाने का आग्रह किया। बाद में पुलिस ने चालक सुभाष व पीए राजबीर दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी। 16 सितंबर को इस मामले में महापंचायत भी बुलाई गई थी लेकिन उससे पहले ही सुभाष अपने बयान से पलट गया। बुधवार को एसपी को बयान दर्ज करवाने पहुंचे विधायक के पूर्व चालक कुम्हारिया निवासी सुभाष ने लिखित दरखास्त में कहा है कि उसने पीए राजबीर पर जो आरोप जड़े थे, वे बेबुनियाद हैं।